Kaal chakra: जेत नवरात्र पर किस राशी वालो को किस माँ की पूजा करना चाहिए ?

कुंडली में किस ग्रह के खराब प्रभाव से जीवन में क्या असर पड़ता है |
छोटी – छोटी उपायों से ख़राब ग्रहों को कैसे ठीक करे |

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Chaitra navaratri started on 13 april2021

16:34 0

जानीये नवरात्र का शुभ योग , कलश स्थापना की सबसे सही विधि और शुभ मुहर्त
चेत के नवरात्र को वाशंतिक नवरात्र भी कहते है |
इस बर नवरात्र  13 अप्रैल से 22 अप्रैल तक  है
रवि योग में किये हुआ कार्य में सूर्य  के प्रभाव से हर अनिष्ट दूर होते है |
इस साल  का राजा मगल है क्यों की जिस साला की शरुआत  जिस ग्रह से होती है वोही उस साला का राजा होता है | तो इस साला की सुरुआत मगल ग्रह से हो रही है तो राजा इस साला का मगल हुआ है |
कुछ लोगो में बुध को राज मन है जो की न्याय सांगत नही है |
काल से यही मगल को ही होगा चेत्रिये  नवरात्र सुरु होगा और कलस स्थापना भी काल ही होगा  |


कलश पर नारियल का मुह कलश के अन्दर की तरफ नही रखा चाहिए येसा करने से आपके बिरोधी परेगे  कलश पर नारियल का मुह ऊपर की ओर करके करने से बिमारिय बढती है | कलश पर  नारीयल का मुह पूर्ब दिशा की ओर कर के रखने से धन लाभ होगा |
कलश पर नारियल का मुह अपनी तरफ रखकर नवरात्र की पूजा करनी चाहिए | कलश पर एक चुंदरी लपेट कर के  उसके बाद कलश पर स्थापित करे | अगर सावास्थिक का निसान नारियल पर बना सके हो आपके लिए उतम होगा |  सवास्तिक केसर और रोरी (में हल्दी मिला सकते साथ  ) को मिल कर के बनाये |

जेत नवरात्र पर किस राशी वालो को किस माँ की पूजा करना चाहिए ?


मेष राशी वालो को  नवरात्र में बिसेष कर अश्कंद्माता की पूजा करनी चाहिए केले का भोग लगाये | आप नवरात्र में हर रोज गाय की पूजा करे और घास खिलाये | दुर्गा चालीसा या दूर सटी का पट करने से आपको लाभ मिलेगा | नौकरी के  रुकवाते दूर होगी | दुश्मनो पर भी बिजय मिलेगा |

वृषभ राशी  वाले नवरात्र में  मा महागुरी की पूजा जरुर  करे  और नारियल का प्रसाद चड़ाए, ललिता सहरम का पट करे  और  2 से 10 के बीच की कन्याओ को खीर खिलाये |

मिथुन राशी के लोगो नवरात्र में माँ  ब्रहाचारिणी की पूजा करे |  घर में देवी यन्त्र स्थापित करके तारा कवच का पाठ पुरे नवरात्र करे | कसे के कटोरे में चीजी का प्रसंद रखा करके चराये |  गये को हरे मग खिलाये  और  किन्नरों को सुपारी दान दे | सभालाता , धन लाभ , करिबर में वृधी होगी इसने कोई संसय होगी

कर्क राशी वालो को नवरात्र में  माँ  शेलापुत्री की पूजा काल से 9 दिनों तक करनी चाहिए |  माँ के चरणों में गाय  का शुध घी अर्पित करना चाहिए |  दुर्गा मदिर में कच्चा दूध चढ़ाकर किसी जरूरतमंद को कासे के कटोरे ने दान करे |  सफेद मिठाई का दान भी आपके लिए लाभ करी होगा | पुरे नवरात्र लझमी माँ की पूजा करे |

सिह राशी वालो को  नवरात्र में माँ  कुष्मांडा की पूजा करेगे तो बिशेष फल प्राप्त होगा |  साथी ही माँ को माल पुआ का भोग लगाये | पूजा करते समाये माँ दुर्गे का मात्रो का जप करे |   गुलाब और मोगरे का इत्र चड़ाए |  धन सपदा , सोभाग्य की प्राप्ति जरुर होगी |  

कन्या राशी  वालो को  माँ ब्रहचावारिणी की पूजा करे और सक्कर का भोग लगाये | पुरे नवरात्र ऊ दु दुर्गायै नम मन्त्र का जप करे | हर रोज अपने अपने घर में गंगा जल का झिरकाओ करे येसा करने से  आपके कारोबार में सभलता मिलेगी |   

तुला राशी  वालो को  माँ  महागोरी का पूजा करे और नारियल का प्रसाद  चड़ाए और हर दिन किसी  सुहागन  महिला को हरी चुरिया दान के  तो आप पर लक्झ्मी  प्रसंद होगी और दरिर्द्ता का नाश होगा |

वृश्चिक राशी वालो को स्कन्द माता (स्वामी रार्तिके की माँ ) की  पूजा करना चाहिए | और केले का भोग लगाये साथही  दुर्गा सप्तशती का पट करना चाहिए इससे आपको बिशेस   लाभ मिलेगा | हर रोज लाल चन्दन का तिलक लगा कर  घर ले निकले | हर रोज खीर बाटे कन्याओ को |

धनु राशी  वालो को माँ चंद्रघंटा की पूजा करे | दूध , धुध से बनी मिठाई का भोग लगाये |  या  माँ दुर्गे के मंत्रो का जब करते हुआ नवमी पर हवन करे |  हर रोज पीपल कर कच्चा दूध और जल मिलकर के चड़ाए|  येसा करने से सुंदर और परकर्म बढेगा |  

मकर राशी  वालो को माँ  कालरात्रि की पूजा करनी चाहिए | और  गुड़ का भोग लगाये |  हर रोज पूजा करते सनये  दुर्गा चालीस का पाठ जरुर करे | और पुरे नवरात्र गाय की सेवा करे | शांतका सुख मिलेगा आपकी  तरकी होगी |  

कुभ राशी  वालो चाहिए की इस नवरात्र में  माँ कालरात्रि की पूजा करे  | रात्रि सूत्र का पाठ करे और गुड़का और कलि मिर्च का प् भोग लगाये |   पुरे नवरात्र कपूर से माँ दुर्गा की आरती करे |  किसी गरीब व्यक्ति की आर्थिक मदद करे |  दुर्गा कवच क पाठ करे इससे सत्रु का नाश होगा |

मीन राशी  वालो को माँ चंद्रघंटा की पूजा करे | और खीर का भोग लगाये | पुरे नवरात्र में पीले चंदन का तिलक लगाकर ही कर से निकले | और ब्राहणओ को कुछ दान करे | ऐसा करने से  सोदर्य, पराक्रम बढेगा , गृहस्थ सुख मिलेगा |



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Shriram chandra krapalu

09:50 0

श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणं । नवकञ्जलोचन कञ्जमुख करकञ्ज पदकञ्जारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नवनीलनीरदसुन्दरं । पटपीतमानहु तडित रूचिशुचि नौमिजनकसुतावरं ॥२॥

व्याख्या: हे मन कृपालु श्रीरामचन्द्रजी का भजन कर । वे संसार के जन्म-मरण रूपी दारुण भय को दूर करने वाले हैं । उनके नेत्र नव-विकसित कमल के समान हैं । मुख-हाथ और चरण भी लालकमल के सदृश हैं ॥१॥

उनके सौन्दर्य की छ्टा अगणित कामदेवों से बढ़कर है । उनके शरीर का नवीन नील-सजल मेघ के जैसा सुन्दर वर्ण है । पीताम्बर मेघरूप शरीर मानो बिजली के समान चमक रहा है । ऐसे पावनरूप जानकीपति श्रीरामजी को मैं नमस्कार करता हूँ ॥२॥

🚩🚩जय श्री राम🚩🚩

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