राम नवमी कब है 2023 में
राम नवमी क्यों मनाया जाता है ?
राम नवमी हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जो हर साल चैत्र माह के नवमी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार प्रभु श्री राम की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो हिंदू धर्म के एक महानायक थे।
राम नवमी के दिन लोग पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, व्रत और धार्मिक कार्यक्रम करते हैं। इस दिन लोग मंदिरों में जाकर भगवान राम की मूर्ति का दर्शन करते हैं और भजन-कीर्तन का आनंद लेते हैं।
इस त्योहार के पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं, जैसे कि हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान राम ने मां सीता के साथ मिलकर अयोध्या की वापसी की थी, जिससे यह दिन बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग राम कथा सुनते हैं और भगवान राम के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करते हुए उनका ध्यान रखते हैं।
इस व्रत में लोग सुबह उठकर नहाते हैं और पवित्र स्थल पर जाकर भगवान राम के लिए पूजा अर्चना करते हैं। उन्हें धूप, दीप, फूल और नैवेद्य चढ़ाए जाते हैं। इसके बाद व्रती लोग फल, मिष्ठान, और खीर जैसी मीठी चीजें खाते हैं जो उनके व्रत के अनुसार तैयार की जाती हैं। व्रत के दौरान लोग शुद्ध और सत्विक आहार लेते हैं और अन्य अल्कोहलिक द्रव्यों से दूर रहते हैं।
राम नवमी का उत्सव भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है। उत्तर भारत में, लोग रामलीला का आयोजन करते हैं, जिसमें भगवान राम की कहानी का नाटक दिखाया जाता है। वहीं, दक्षिण भारत में रंगोली बनाई जाती है और मंदिरों में भगवान राम की मूर्ति की सजावट की जाती है।